अंकल की नाजायज़ बीवी बनी

हैल्लो फ्रेंड्स यह मेरी पहली hindi sex kahani है और में आपको अपनी लाईफ के बारे मे बताने आई हूँ। में पुणे मे रहती हूँ और हम 4 लोग ही पूरी फॅमिली मे रहते है। हमारी सोसाइटी ज्यादा बड़ी नहीं है लेकिन मेरे अंकल यानी मेरे नाजायज़ पति रहते है। उनका नाम संकेत है और वो बहुत अच्छे स्वभाव के है। बिल्कुल मेरे लाईफ पार्ट्नर की तरह तो में भी कुछ ज्यादा ही स्मार्ट हूँ। में अभी 23 साल की हूँ और मेरे नाजायज पति 37 साल के है लेकिन में उन्हें बहुत प्यार करती हूँ।

चलो अब में बताती हूँ कि हम दोनों क़रीब कैसे हुए। दोस्तों मेरी दादी अक्सर बीमार रहती थी। फिर करीब 6 या 7 महीने पहले वो कुछ ज्यादा बीमार हो गयी। मेरे पेरेंट्स उन्हे बाहर लेकर जाने वाले थे इलाज के लिये और मुझे भी कहा कि तुम भी चलो लेकिन मैंने मना कर दिया और में अकेले भी नहीं रहना चाहती थी। फिर पापा ने कहा कि तुम अकेले कैसे रुकोगी? में तो ज़िद्द पर ही थी कि मुझे नहीं जाना लेकिन प्रॉब्लम भी थी तभी मैंने कहा कि आप चले जाइए में यहाँ पर अंकल के साथ रुक जाउंगी। फिर पापा उन पर भरोसा करते थे इसलिए उन्हे हमारा बिजनेस भी संभालने को दिया था। हमारे पोल्ट्री शॉप है यहाँ पर तो अंकल ही ज्यादा ध्यान देते थे और वो अकेले ही रहते थे और उनका खाना पीना हमारे यहाँ पर ही चलता था।

में तो उन पर फिदा थी। कई बार मैंने ट्राई किया उन्हे प्यार करने का लेकिन वो मुझ पर ध्यान नहीं देते थे और मेरी भी शादी नहीं हुई थी इसलिए शायद में यह सोचती थी कि में उनकी वाईफ बनूँ। तभी एक दिन पापा ने अंकल को फोन किया और बताया कि हम लोग वापस आ रहे है लेकिन तुम ज़रा प्लीज अम्मू के साथ रहो जब तक हम नहीं आ जाते। फिर उन्होंने कहा कि वो हमारे रिश्तेदार के यहाँ पर रुक रहे थे और कहने लगे तुम प्लीज यहीं पर रहना उन्होने हाँ कहा। फिर में भी बहुत खुश हो गई कि अब मौक़ा नहीं जाने दूंगी। फिर हम दोनो ऊपर आए अंकल तो हॉल में ही थे में किचन मे सोच रही थी कि क्या बनाकर खिलाऊँ मेरे पति को।

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एक बात बोलती हूँ हर कोई सेक्स से ही शुरू करता है लेकिन में प्यार से सेक्स करना चाहती थी। मुझे उनसे आई लव यू सुनना था। तभी में उनके पास गयी और पूछा कि अंकल खाने में क्या बनाऊँ? तभी वो बोले कि कुछ लाईट सी चीज़ बना दो। उनको खिचड़ी बहुत पसंद थी। फिर में किचन मे जाकर काम में लग गयी अंकल हॉल मे ही बैठे थे। फिर थोड़ी देर बाद जब खाना बनने वाला था मैंने गॅस बंद किया और मेक्सी पहनने चली गयी और फिर जल्दी से किचन में आ गयी। फिर में खिचड़ी को कूकर में से बाउल मे निकाल रही थी तभी अंकल आए वो मेरे पीछे ही थे मुझे पता था लेकिन मैंने कुछ नहीं किया में काम मे व्यस्त थी जब काम पूरा हो गया। तभी उन्होने मुझे पीछे खीँच लिया फिर में हैरान हो गई कि अंकल आज क्या सोच रहे है? जो मुझ पर नजर नहीं डालते थे वो मुझसे चिपक रहे है। फिर मैंने कुछ नहीं कहा क्योंकि में बस उनकी वाईफ बनना चाहती थी।

फिर मैंने थोड़ा पीछे हटकर उनके कानो में कहा अंकल आई लव यू। तभी वो बोले अंकल नहीं संकेत बोलो फिर मैंने भी कहा कि मुझे भी शबाना नहीं अम्मू बोलिए संकेत जी उसके बाद वो मुझे कमर से पकड़ कर और ज़ोर से दबाने लगे। फिर में भी प्यार में थी में और खुश हो गयी तभी में थोड़ा झुक गयी और अपने हाथों को किचन टेबल पर रखकर झुकी तो वो भी मेरे ऊपर झुके और मेरे बूब्स को चूमने लगे। तभी मैंने आआहह कहा उन्होने कहा अम्मू आई लव यू लेकिन में बहुत डरता था कहीं तुम मुझे गलत ना समझो। तभी फिर मैंने कहा कि में बस आपकी हूँ इसमें क्या फ़र्क़ पड़ता है? यह सुनकर उन्होने मुझे घुमाया और मेरे नाज़ुक होंठो को चूसने लगे लेकिन उन्होने सिगरेट पी हुई थी तो मैंने कहा कि रूको और में भागकर गयी और माउथस्प्रे लेकर आई उन्होने लिया और मैंने भी फिर एक दूसरे के होंठो को चूसने लगे।

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अब उनकी जीभ मेरे मुहं में जा रही था और फिर किस्सिंग के बाद उन्होंने मेरी मेक्सी उतार दी और सिर्फ़ ब्रा और पेंटी छोड़ दी और कहा कि चलो खाना खाते है। मैंने कहा ठीक है और बाउल को उठाकर टेबल पर ले गई और उनकी प्लेट में डालने लगी तो उन्होने कहा कि रूको अम्मू आज में अलग और सबसे प्यारी डिश खाना चाहता हूँ। फिर मैंने कहा कैसे? तभी वो बोले कि तुम टेबल पर से पूरा सामान हटाओ। मैंने सामान हटा दिया फिर मुझे उन्होंने गोद मे उठाकर टेबल पर लेटा दिया और चम्मच से मेरे ऊपर यानी मेरे पेट पर और ब्रा के बीच मे वो खिचड़ी डालने लगे में तो बस पागल हो गयी थी और जन्नत में थी मुझे अपना प्यार मिल गया था और फिर वैसे ही वो खाने लगे। फिर मैंने अपने हाथो को उठाया तो उन्होने देखा कि मेरे बाल बीच में आ रहे थे। फिर उन्होने पूछा अगर में कुछ गंदा सा करूं तो बुरा तो नहीं लगेगा ना?

फिर मैंने कहा नहीं जो चाहे करिए। तभी उन्होने थोड़ी खिचड़ी मेरे बालो वाली बगल मे लगाई और उसे ही खाने लगे मुझे पहले गंदा लगा फिर मैंने सोचा कि एक इंसान मुझे इतना प्यार कर रहा है जो मेरे लिए इतना गंदा बन सकता है तो में क्यों उससे डरूं? फिर में भी मज़े से उनका साथ दे रही थी। फिर उसके बाद वो रुक गये। मैंने पूछा जी क्या हुआ? तभी उन्होने कहा कि रूको अब बस हो गया में अब नहीं करूँगा तुम टेबल से उतरो। फिर में उतरी और उन्होने मेरी ब्रा और पेंटी उतार दी में पूरी नंगी पहली बार हुई थी उनके सामने मेरी चूत पर बहुत से बाल है क्योंकि उन्हे पसंद है इसलिए मैं अंडरआर्म्स और चूत के बाल काटा नहीं करती हूँ और उसके बाद वो मुझसे बोले कि लेट जाओ जान में वहीं ज़मीन पर लेट गयी और उन्होने आकर पहले मेरी चूत पर हाथ लगाया आहह वाह मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और फिर झुककर मेरी चूत को अपनी जुबान लगाने लगे जो पहले से ही गीली हो गई थी।

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