New Sex Story Leena Ke Sath Meri Pehli Chudai हेलो दोस्तो ये मेरी पहली कहानी है मुझे उम्मीद है आप को मेरी ये कहानी अछी लगेगी और आप मेरी इस कहानी के नीचे आछे आछे कॉमेंट्स कर के मेरा होसला बढ़ाएँगे जिससे मैं और ऐसी कहानी लेकर आता रहूं.
मेरा नाम रवि है ये बात उन दीनो की है जब मैं जिम मे जाता था क्योकि उन दीनो मेरे उपर फिटनेस का भूत सवार हो रखा था. इस लिए मैने जिम जोइन कर लिया था. वो जिम एक जनरल जिम था मतलब की उसमे बोयस और गर्ल्स दोनो आते थे. वैसे तो मुझे जिम मे आते हुए करीब 3 मंथ हो चुके थे पर एक दिन मैं वाहा एक लड़की को देखा, उसे देखते ही मेरा दिल उसपर आ गया.
फिर मैं घर आ गया और उस रात मैं सो ही नही पाया, सारी रात वो लड़की मेरी आँखों के सामने आती रही. मैने अपने मन मे सोच लिया था की अब तो इसे पटा कर चोदना ही चोदना है. मेरी आँखो के सामने उसके बूब्स पतली सी सेक्सी कमर और बाहर निकले हुए चुत्तर मुझे उसका दीवाना बना चुके थे.
खैर मैं अगले दिन जिम मे गया और मौका देखकर मैने उसे रोक लिया और उससे उसका नाम पूछ लिया. उसने मेरी आँखों मे आँखें डाली और झट से बोली – मेरा नाम लीना है. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
बस फिर तो हम दोनो डेली जिम मे मिलने लगे और मैं उससे डेली काफ़ी बातें करने लग गया. उसके बात करने के तरीके से मुझे ऐसा महसूस होने लग गया था की शायद वो मुझे अब पसंद करने लग गई है.
ऐसे ही कुछ दिन बीत गये और एक दिन मैं डेली की तरह जिम आया पर आज मेरा मन कही बाहर घूमने का हो रहा था मैने लीना से बाहर घूमने के लिए पूछा तो उसने झट से हान कर दी.
फिर हम दोनो मेरी बाइक पर बाहर घूमने चले गये शाम का टाइम था कुछ ही देर मे अंधेरा होना शुरू हो गया. लीना मेरे पीछे मुझसे पूरी तरह से चिपककर बैठी हुई थी. उसके दोनो बूब्स मेरी कमर मे चुभ रहे थे. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे वो जान कर मुझे गरम कर रहि थी.
फिर मैं साइड मे सुनसान सी जगह देखी और वाहा पर बाइक रोक ली और नीचे उतरकर उससे बातें करने लग गया. फिर उसने बोलना शुरू किया और कुछ देर मैने उसकी सुनी और फिर अचानक उसका हाथ पकड़ लिया और मैने जैसे ही उसका हाथ पकड़ा तो वो चुप हो गई और फिर मेरे मूह से आई लव यू लीना निकल गया.
मैं डर रहा था की ना जाने अब क्या होगा पर वो मेरी बात सुन खुश हो गई और एक उछल कर मेरे गले लग गई और बोली – आई लव यू टू रवि आई लाइक यू मैं जिस दिन से जिम मे आई हूँ उस दिन से बस मैं तुम्हे ही देख रही हूँ. आई लव यू सो मच.
उसके मूह से ये बात सुनते ही मैने कहा चेहरा अपने हाथो मे पकड़ा और उसे किस करने लग गया. हम एक दूसरे के होंठ चूसने मे लगे हुए थे. करीब 15 मिनिट तक हम दोनो एक दूसरे के होंठ चूस्ते थे फिर मैने उसे रोका और वापिस आ गया. क्योकि मुझे डर लग रहा था की अगर यहा कोई आ गया ना तो लेने के देने पड़ सकते है. मैने उसे उसके घर छोड़ दिया और फिर मैं अपने घर आ गया.
रात मे उसका फोन आया और फिर हम दोनो बातें करने लग गये वो मुझसे बोली – रवि मैने तुमसे अकेले मे मिलना है.
मैं सोच रहा था की उसे कहा ले जा कर चोदु पर फिलहाल मुझसे कोई इंतेज़ाम नही हो रहा था इस लिए उसे थोड़ा वेट करने को कहा. वो थोड़ा मुश्किल से मानी पर वो मान गई. हम दोनो ऐसेही काफ़ी दीनो तक फोन पर बातें करते रहे.
फिर आख़िर वो दिन आ ही गया जिस दिन मुझे उसकी चूत मिली. हुआ कुछ ऐसे की मेरे घर वाले किसी की शादी मे जाना था तो वो सब चले गये पर मैं नही गया. मेरे घर वाले जैसे ही घर से निकले तो मैने लीना को फोन किया और सब कुछ बता दिया. वो तो खुशी के मारे उछालने लग गई और बोली – मैं बस अभी 15 – 20 मिनट मे तैय्यार होकर तुम्हारा वेट कर रही हूँ. तुम जल्दी आओ और मुझे पिकप करके अपने घर मे ले आओ.
उसने अपने घर पर कुछ बहाना मारा और तैय्यार होकर घर से बाहर आ गई जब तक मैं भी आ गया था और फिर मैं उसे अपनी बाइक पर बिठा कर अपने घर मे ले आया. घर के अंदर आते ही मैने उसे अपनी बाहों मे भर लिया और उसके होंठो का रस पीने लग गया. मैने उसको चूस्ता चूस्ता अपने बेडरूम तक ले गया और उसे बेड पर लेटा कर खुद को उसके उपर आ कर उसके होंठो को चूसने लग गया.
तभी लीना बोली – रवि ये सब करने को मुझे अपने घर मे बुलाया है और कुछ करना है या नही या मैं उठ कर वापिस अपने घर जाउ.
उसकी ये बात सुनते ही मैने उसके सारे कपड़े उतार दिए अब वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी मे थी. अब मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा और फिर मैने उसकी ब्रा भी खोल दी. अब मेरे सामने दो गोल- गोल, गोरे- गोरे मुलायम बूब्स थे. मैं दोनो बूब्स को पागलो की तरह चूस रहा था. अब उसका हाथ मेरे लंड पर आ गया और वो मेरे लंड को पकड़ कर उससे खेलने लग गई.
अब मैने अपना एक हाथ नीचे किया और उसकी पैंटि को उतार कर मैं उसकी चूत को मसलने लग गया वो एक दम काँपने लग गई और फिर मैं जैसे ही अपनी दो उंगलियाँ उसकी चूत मे डाली तो उसने मेरा लंड छोड़ दिया और ज़ोर ज़ोर से आहह आह करने लग गई. अब मेरे मूह मे उसके बूब्स थे और मेरे हाथ मे उसकी चूत. मैं दोनो काम दिल लगाकर कर रहा था. और लीना लगातार पागल सी होती जा रही थी.
फिर लीना बोली – रवि अब बस करो अब मुझसे और बर्दाश नही होता तुम अपना लंड मेरी चुत मे डालो बस.
फिर मैं खड़ा हुआ और अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपना लंड उसके मूह के पास कर दिया. मेरा लंड देखते ही उसने एक दम अपना मूह खोला और मेरा लंड अपने मूह मे लेकर ज़ोर ज़ोर से चूसने लग गई. वो ऐसे चूस रही थी जैसे बचपन से लंड चूस चूस कर बड़ी हुई हो. कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैने अपना लंड उसके मूह से निकाला और उसकी गुलाबी चूत पर सेट कर दिया.
मैं लीना के उपर आ गया और उसके होंठो को अपने होंठो मे ले कर एक ज़ोर से धक्का मारा और मेरा आधा लंड उसकी चूत के अंदर मे घुस चुका था. लंड अंदर जाते ही वो थोड़ा ताड़पी पर वो ज़्यादा कुछ कर नही पाई. उसकी आवाज़ बाहर नही आ सकी क्योकि मैने उसके होंठो को अपने होंठो मे लिया हुआ था.
फिर मैने एक और ज़ोर से धक्का लगाया और अब की बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे घुस चुका था. रीना एक दम अकड़ गई और उसकी आँखे मस्ती मे बंद हो गई. फिर मैं ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए और उसे ज़ोर ज़ोर से चोदने लग गया.
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मेरा लंड उसकी चूत मे एक पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था. अब मैने उसके होंठ छोड़ दिए थे और अब उपर से उसके मूह मे आहह आहह की मस्ती भरी आवाज़ें आ रही थी और नीचे से उसकी चूत मे से पच पच की आवाज़ें आ रही थी. मेरे बेडरूम मे एक कमाल का माहोल बन चुका था.
अब लीना भी अपनी गॅंड उठा उठा कर मेरा लंड अपनी चूत मे ले रही थी. मैं आज पूरे जोश मे था इस लिए मैं उसे पागलो की तरह चोद रहा था. करीब 30-40 मिनिट की चुदाई के बाद उसकी चूत ने अचानक मेरे लंड के उपर अपने पानी की बारिश कर दी और फिर 5 मिनिट बाद ही मेरे लंड ने भी अपने पानी की पिचकारी लीना की चूत मे मार दी.
हम दोनो थक चुके थे इस लिए हमने कुछ देर रेस्ट किया और फिर बाथरूम मे एक दूसरे को सॉफ किया. और फिर मैं उसे फिर से उसके घर छोड़ आया. उसके बाद जब भी मुझे मौका मिलता था तो मैं लीना की चूत मे अपना लंड डाल देता था.
दोस्तो मेरी ये कहानी पड़ने का आप का बहोत बहोत शुक्रिया, अब आप प्लीज़ मुझे ये बताना की आप को मेरी ये कहानी कैसी लगी,