हांजी तो दोस्तो क्या हाल है आप सब के, आपकी प्यारी मीतू हाज़िर है आपके लिए इक नयी बात लेकर. आपकी बहोत सारी मेल्स आ रही है, कुछ लॅंड की फोटोस भी मिली, इक दो को चोदने का मौका भी मिला, वो अगली कहानी मे लिखुगी, इससे पहले चलते है मेरी इस कहानी की तरफ, दोस्तो ये कहानी सच्ची है सेक्स स्टोरी का रूप देने के लिए थोड़ी सी आडिशन की गयी है.
हांजी तो बात जुलाइ के महीने की है, आप तो जानते ही है जुलाइ मे पंजाब मे कितनी गर्मी रहती है, हमारे घर मे कुछ कन्स्ट्रक्षन का काम चल रहा था. इसी काम के लिए एक मजदूर लगा हुआ था जो की तकरीबन 45-50 साल के आस पास होगा पर उसका बॉडी इक दम फिट थी जो की दिखाने मे ही काफ़ी हार्ड लग रही थी.
वो चुपचाप अपने काम मे लगा रहता था, मेरे को भी चुदे हुए काफ़ी दिन हो गये थे और फिर उसकी फिट बॉडी देख कर मेरे अंदर भी कुछ होने लगा था.मैं उसकी बॉडी से उसके लंड के अंदाज लगा रही थी. रात को उसके बारे मे सोच कर चूत मे उंगली करी और अगले दिन उस से चुदने के बारे मे सोच के सो गई, नींद मे भी उस से ही चुदति रही.
सुबह हुई तो मैं फ्रेश वगेरा होकर खाना खाया और तब तक वो भी काम पर आ चुका था, मैने नहाते हुए चूत और गॅंड को आछे से शेव किया और फिट सा चूड़ीदार सूट पहन लिया. दोपहर के वक़्त वो कुछ देर के लिए हमारे घर के बॅकसाइड मे खेतो मे आराम करता था.
ये अछा मौका था, इस समय वाहा कोई आता भी नही और घरवाले भी सो रहे होते है, जैसे ही वो आराम करने के लिए पीछे गया मैने पानी का गिलास लिया और उसके पीछे वाहा पहुच गई, वो चारपाई पे लेटा हुआ था.पास ही खेत मे कमरा था, मैने उसे ध्यान से देखा, उसका कलर ब्लॅक था और गर्मी से पसीने के कारण वो और भी शाइन कर रहा था. उसकी बॉडी पूरी फिट थी और उसे देख कोई भी नही कह सकता की वो 50 के करीब होगा.
मैने उसे जगा कर पानी पूछा तो उसने पानी पी लिया और धन्याबाद किया और फिर लेट गया पर मैं खड़ी रही, , मैने गिलास नीचे रखा और उसकी तरफ देखती रही, उसने मुझे देखा और पूछा “क्या हुआ बीबी जी”
मैने ना मे सिर हिलाया और फिर उसके लंड को उसकी पैंट के अंदर ढुड़ाने लगी, उसने मेरी नज़र पकड़ ली फिर वो बैठ गया और बोला”मुझे पानी देने आई और प्यासी आप खुध हो बीबी जी”
मैं हसी और बोली”मैं भी तो कुहे के पास अपनी प्यास बुजाने ही आई हू”
वो मतलब् समझ गया और खड़ा हो गया.
उसने मेरे को गले से लगा लिया और फिर पागलो की तरह मेरे होंठ चूसने लगा , वो सूट के उपर से मेरे मम्मो को सहलाने लगा, मैं आँखे बंद करी बस मज़े ले रही थी. कुझ देर बाद वो हटा और बोला, “यहा कोई देख लेगा बीबीजी”
मैं”तो क्या हुआ, इसी मे तो मज़्ज़ा है खुलेआम करने मे”
उसने मेरी चुनरी उतारी और सूट के उपर से मेरे मम्मो को सहलाने लगा उसका इक हाथ मेरी गॅंड पर था, मैं भी उसके लंड का नाप लेने की कोशिश कर रही थी, उसने मेरा सूट उतारा और मेरी रेड ब्रा को उतरने की कोशिश की, लेकिन उसकी हुक फस गई थी, उसने झटका मारा और ब्रा की हुक ही तोड़ दी, अब मैं उपर से बिल्कुल नंगी थी, मेरे मम्मो को देख कर वो पागल हो गया, वो उन्हे मुउह मे लेकर चूसने लगा, निप्पल्स को काटने लगा. तकरीबन 5 मिनट वो एसा ही करता रहा., मेरी आँखे बंद थी.
फिर उसने अपने कपड़े उतारे, उसका लंड अभी पूरा नही खड़ा था, लेकिन 8 इंच के करीब था, उसने मुझे नीचे बैठने को कहा और लंड को चूसने को कहा, मैने पहले माना किया तो वो मुझे गालिया देने लगा और फिर चूसने को बोला, मैने डरते हुए उसके लंड को सहलाना शुरू किया, वो मेरे हाथ मे नही आ रहा था, काफ़ी मोटा था, हौले हौले मैने उसके लंड को अपने मूह मे लिया, मैं पहली बार कोई लंड चूस रही थी.
पहले पहले मेरी आँखे बाहर आ गई, 2 मिनट बाद सब नॉर्मल हो गया और अब मैं उसके लंड को बड़े मज़े से चूस रही थी, उसका काला लंड अब पूरी तरह से खड़ा हो चुका था जो अब 10 इंच लंबा और 2 इंच मोटा था और मेरे चूसने के कारन पूरा चमकदार हो गया था, फिर उसने मुझे खड़ा किया और मेरी चूड़ीदार भी उतार दी और पैंटी भी, उसने मेरी चूत मे दो उंगली डाल दी और आगे पीछे करने लगा और फिर वो उंगलिया मेरे मूह मे डाल दी, मैं पागलो की तरह उसकी उंगलिया चाट रही थी.
उसने मुझे चारपाई पर लिटाया और मेरी चूत पर थूक लगा कर अपना लंड सेट किया और हौले हौले लंड पेलने लगा, अभी उसका आधा लंड गया था की मेरी तो जान निकल गई थी, उसका काला मोटा लंड मेरी गुलाबी चूत मे कमाल ही लग रहा था.
फिर वो मेरे होंठ चूसने लगा और और एकदम से लंड निकाल कर पूरा लंड चूत मे पेल दिया इक ज़टके मे, मेरी आँखे खुली रह गई, मेरी चीख उसकी होंठो के बीच दब गई, वो मेरे होंठ चूस्ता रहा और मेरे मम्मो को सहलाता रहा, फिर हौले हौले उसने अपने धक्के शुरू कर दिए, कुझ देर बाद उसने मुझे ज़मीन पर घोड़ी बनाया और पीछे से मेरी चूत मारने लगा वो लगातार मेरी गॅंड पर चाटे मार रहा था, मेरी सिसकिया और उसकी हमले लगातार जारी थे.
उसका इक ख़ास अंदाज मुझे बहोत पसंद आया, वो लंड वो पूरा चूत से बाहर निकालता और फिर इक दम से अंदर करता. उसके ताबड़तोड़ ह्ंले ज़ारी थे.
इस उम्र मे भी वो कमाल कर रहा था, फिर वो नीचे लेट गया और मुझे अपने उपर पीठ के बाल लिटा लिया , और अपना लंड मेरी चूत पर सेट किया और इक धक्के मे अंदर कर दिया, अब मैं खूब उछल उछल कर उस से चुदवा रही थी, मैं इस सब मे 3 बार झड़ चुकी थी लेकिन वो रुकने का नाम नही ले रहा था.
फिर उसने मुझे खड़ा किया और खुद मेरी इक टाँग उठा कर अपना लंड मेरी चुत मे पेल दिया, मेरी आँखे तो बस चुदाई के नशे मे बंद थी, कुझ देर चोदने के बाद उसने मुझे नीचे बैठने को बोला और खुध चारपाई पर बैठ गया.
उसने मुझे लंड चूसने को बोला, अब मैं उसके लंड को लोलीपोप जैसे चूस रही थी, उसके लंड पर मेरी चूत का पानी भी लगा था जिस का स्वाद नमकीन सा था, मैं.उसके लंड को बड़े मज़े से चूस रही थी, फिर एकदम से उसने मेरे सिर को पकड़ा और खुद लंड से मेरे मूह को चूसने लगा.
कुझ धक्को के बाद उसके लंड ने अपना पानी मेरे मूह मे निकाल दिया, उसका पानी बहोत ही नमकीन सा था, उसने मेरा सिर नही छोड़ा और सारा पानी पीने को बोला, मैं भी उसका सारा पानी पी गई और उसके लंड को चूस कर बिल्कुल सॉफ कर दिया और वो मुस्कराने लगा.
सच मे पहली बार लंड चूसने के बाद काफ़ी आनंद आया और मैने अपने कपड़े पहने और इक बेहतरीन चुदाई के बाद संतुष्ट होकर अपने रूम मे आकर सो गई.
दोस्तो आपको ये सेक्स स्टोरी कैसे लगी आप मुझे मैल करके फीडबॅक ज़रूर दे, मेरी मैल आईडी है “ हो सकता है आपको भी मौका मिल जाए मेरी चूत मे डुबकी लगाने का आपके लंड की प्यासी आपकी मीतू.