Sexy Blue Film Dekh Kar Maa Ki Chudai- Part 1
दोस्तो, हिंदी सेक्स स्टोरी की इस मनोरम साईट के आप सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। आज मैं अपने जीवन की एक घटना आप लोगों के साथ साझा करना चाहता हूँ। मुझे उम्मीद है कि आप सब इस सेक्स स्टोरी को पसंद करेंगे।
बात उस समय की है.. जब मेरी उम्र 18 साल की थी और मेरी मॉम 36 की थीं। मेरी जवानी अभी शुरू हुई थी.. जबकि उनकी जवानी के शोले अब भी भड़क रहे थे।
मेरी मॉम बहुत सेक्सी और सुन्दर हैं.. बनाने वाले ने उनको 38-32-38 के कटाव वाला एक बहुत ही हसीन शरीर बख्शा था। मेरी मॉम के मम्मे और उनके चूतड़ों पर बनाने वाले ने विशेष रहमत बरसाई हुई थी, उनका सुडौल और गोरा बदन बहुत मस्त था। मैं मॉम को जब भी देखता.. तो मुझे उनकी सेक्सी फ़िगर देखकर मन में गुदगुदी होती थी। मैंने उनको एक दो बार नंगी नहाते भी देखा था।
मैं बचपन से ही उनके बेडरूम में सोता था, तो मॉम-डैड को कई बार सेक्स करते देखा था.. वो अंधेरे में सेक्स करते थे.. लेकिन उनकी कामुक आवाजें मुझे सुनाई देती थीं.. क्या मस्ती से वे दोनों चुदाई करते थे। डैड धक्का मारते तो मॉम उम्म्ह… अहह… हय… याह… आवाज निकालतीं और उछल उछल कर उनका साथ देती थीं।
मैं रात को सोने का नाटक करते हुए थोड़ी जल्दी सो जाता। फिर दोनों बिजली बुझा कर शुरू हो जाते थे। वो समझते थे कि मैं सो रहा हूँ लेकिन मैं सोने का नाटक करता था।
मैं उनके सेक्सी खेल को देखा करता था, मेरा लंड खड़ा हो जाता था और झटके लेता हुआ बार बार ऊपर नीचे होता था।
मैं भी सोचता कि मैं भी कैसे इस खेल का मजा लूँ। यह सोच कर कई बार लंड खड़ा जाता और रात को मेरे लंड का रस झड़ जाता था। एक दो बार तो जब मॉम मेरे बगल में सोई हुई थीं.. तो मैं उनसे जानबूझ कर चिपक कर सोता, कभी उनकी टांगों के बीच में अपनी टांगें डाल देता तो उनकी नींद खुलने पर वो मुझे अलग कर देतीं।
मैं सोचता रहता कि मेरे साथ क्यों नहीं चिपकतीं।
मैं कई बार उनके चूतड़ों पर हाथ फेरता, चूचे भी दबा देता, तो वो हाथ हटा देतीं थीं। इस तरह मैं मौके की तलाश में रहता था।
मैं लगभग रोज मां बाप की चुदाई देखता था.. तो मैं बहुत उत्तेजित हो जाता था और सोचता था कि मुझे कब मजा मिलेगा।
एक बार उन्हें पता चल गया कि मैंने चुदाई करते देख लिया है.. तब से मॉम-डैड दूसरे रूम में जाकर सेक्स करने लगे थे।
मैं मॉम की चूचियों को निहारता था.. जब भी वो खाना परोसतीं या झुककर काम करतीं, तो उनके चूचे कुछ ऊपर उठते हुए बाहर को निकलने को हो जाते थे। जब वो चलती थीं तो उनके हिलते चूतड़ों की दरार में फंसी साड़ी को देखता रहता था। वो कभी मुझे देखतीं तो अपना पल्लू ठीक करतीं, साड़ी ठीक कर लेतीं।
मैं बचपन से मां की जवानी का शवाब और कई रूप देखते आया हूँ। मैंने एक बार मॉम की अल्मारी में सेक्सी फोटो वाली किताब देखी, उसमें नंगी औरतों और मर्दों की सेक्स करते हुए तस्वीरें थीं।
उसे देखने में मुझे मजा आता था और देखते-देखते मेरे लंड से रस गिर जाता था।
एक बार की बात है, मेरे डैड किसी बिजनेस टूर पर गए हुए थे और उस दिन घर पर भी और कोई नहीं था।
रात को डिनर के बाद मैं और मॉम टीवी पर मूवी देख रहे थे, मूवी में भी बहुत सेक्सी सीन थे.. जो मुझे उत्तेजित कर रहे थे। मूवी के बाद फिर सेक्सी गाने आने लगे.. इसी बीच मॉम उठ कर चली गई थीं।
फिर केबल टीवी पर सेक्सी ब्लू फिल्म आने लगी.. मैं तो एकदम से दंग रह गया। मैंने झट से चैनल बदल लिया, मुझे डर था कि कहीं मॉम न देख लें।
मैंने सुना था कि आधी रात में केबल टीवी पर सेक्सी ब्लू फिल्म दिखाते हैं, कभी मौका नहीं मिला था, एक दो बार 2-4 मिनट देखी थी। आज अच्छा मौका था.. पर तभी मैं सोचने लगा कि कहीं मॉम नहीं आ जाए।
मैंने सोचा कि शायद मॉम रूम में सोने चली गई हैं.. मैंने फिर से इधर-उधर देखा, कोई नहीं था तो मैं चैनल बदल कर सेक्सी ब्लू फिल्म देखने लगा। मैंने आवाज बन्द कर दी थी।
क्या सेक्सी ब्लू फिल्म आ रही थी.. औरत मर्द को चोदते हुए दिखाया जा रहा था।
अचानक मुझे लगा कि मॉम पीछे दरवाजे के पास खड़ी होकर फिल्म देख रही हैं, ये मैंने दबी नजरों से देख लिया था। पहले तो मेरी गांड फटी पर मैंने सोचा कि चलो देखते हैं कि आज क्या होता है।
उधर मॉम को भी नहीं पता चला था कि मैंने उन्हें देख लिया है। मैंने सोचा जब मॉम ने देख ही लिया है.. और वो भी देख रही हैं.. तो चलने दो।