बदला तो बनता है मेरे भाई

हेलो दोस्तो मेरा नाम दीपक है. और मेरी उमर अभी 22 साल है मैं नया नया जवान हुआ लड़का हूँ. मैं हैंडसम होने के साथ साथ स्मार्ट लुकिंग बॉय भी हूँ. मुझ पर लड़किया पहली ही नज़र मे मर जाती है. इस लिए 22 साल की उमर मे ही मैं अभी तक अपने लंड को करीब 17 लड़कियो की चूत की सैर करा दी है.

चूत मारने के मामले मैं शुरू से ही बहोत लक्की हूँ. मुझे चूत बड़ी आसानी से मिल जाती है. मेरे घर मे मैं और मेरे मम्मी पापा और मेरा एक प्यारा बड़ा भाई रहता है.

मैं अपने बड़े भाई से बहोत प्यार करता हूँ. हम शुरू से ही बहोत प्यार से बड़े हुए है. और मेरा बड़ा भाई विशाल सच मे मेरा बड़ा भाई है. वो मुझे कुछ नही कहता बल्कि वो मुझे शिखाता है की लड़की को कैसे पटा कर जल्दी से जल्दी चोद सकते है.

हम दोनो भाई आपस मे अपनी लाइफ की हर बात शेयर कर लेते है. और एक दूसरे की पूरी हेल्प करते है. मुझे अपने भाई की बस एक बात पर आज भी बहोत घुस्सा आता है. जब उसने मेरी एक गर्ल फ्रेंड को चोद दिया था. मैं उसे करीब 8 महीने से पटा रहा था. पर उसने 1 दिन मे ही हम दोनो के बीच मे आ कर उसे चोद दिया. इस बात का जब मुझे पता चला तब मुझे सच मे बहोत घुस्सा आया.

मैने उसी दिन अपने मन मे सोच लिया था. की एक ना एक दिन अपने भाई की सेट्टिंग को ज़रूर चोदुँगा. वैसे मेरा बड़ा भाई मुझसे भी ज़्यादा हैंडसम और बहोत स्मार्ट प्लस वेरी गुड लुकिंग था. उसकी बॉडी पर लड़किया फिदा हो जाती थी. मेरे पापा एक बिज़नेस मैन है इसलिए पापा के बहोत सारे लिंक है. हम दोनो भाईयो को शादी मे जाना बहोत पसंद है.

इसलिए पापा हम दोनो को ही शादी मे भेज देते थे. क्योकि उनके पास इतना टाइम नही होता था की वो हर शादी मे जा सके. शादी मे जाना हम दोनो को इस लिए भी पसंद था. क्योकि वहाँ पर जवान जवान लड़किया और सेक्सी सेक्सी भाभीया देखने को मिलती थी और एक आधी को पटा कर हम दोनो चोद भी लेते थे. मेरा भाई भी एक नंबर का चुदक्कड़ है. वो सला कोई लड़की नही छोड़ता उससे तो कोई लड़की बात करनी चाहिए बस समझो वो लड़की कुछ ही देर मे उसका बिस्तर गरम करने वाली है.

मैने अपने भाई से बहोत कुछ सीखा है. की कैसे लड़की से बात करनी है और कैसे लड़की को बातो ही बातो मे चुदने के लिए राज़ी करना है.

दोस्तो आज की मैं इस कहानी मे मैं आप को बताऊंगा. की मैने कैसे अपने भाई से बदला लिया. जब उसने मेरी गर्ल फ्रेंड को मुझसे पहले ही चोदा था. ये घटना भी एक शादी की है जिसमे भाई ने अपनी न्यू सेट्टिंग को चोदने के लिए तैयार कर लिया था. पर उसे चोदा मैने और फिर अपने भाई को उसके साथ अपनी नंगी पिक्स सेंड कर के उससे बदला लिया.

एक बार की बात है पापा ने हम दोनो को कहा की हमारे एक रिलेटिव की शादी है. और वो हमेशा की तरह अपने काम मे बहोत बिज़ी है. इस लिए हम दोनो हो आए, हम दोनो ने खुशी खुशी उन्हे हाँ कह दिया. और शादी के मे जाने के लिए बहोत अच्छे-अच्छे कपड़े डाल लिए.

हम दोनो अक्सर बहोत ही हैंडसम और गुड लुकिंग बन कर शादी मे जाते थे. ताकि सब लड़कियो की नज़र पर हम दोनो पर ही रहे. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

लड़के वाले की तरफ से हम थे. बारात जाने के लिए तैयार थी बारात को करीब 10 किलोमीटर दूर जाना था. इसलिए उन्होने बस का इंतज़ाम किया हुआ था. और किस्मत से बारात मेरे कॉलेज के पास ही जा रही थी. मैं और मेरा भाई एक साथ बस मे बैठ गये और पूरी बस मे सिर्फ़ जेंट्स ही थे. पर हम दोनो के आगे वाली सीट पर 2 लेडीज बैठी हुई थी. उनमे से एक की शादी हो रखी थी और एक जवान कवारी लड़की थी. उसका नाम काजल था.

क्या कमाल की लड़की थी उसको पहली ही नज़र मे देखते ही मुझे उससे प्यार सा हो गया. मेरा लंड अब उसे चोदना चाहता था पर मैं उसे चोदता तो कैसे चोदता. मेरे भाई की नज़र उस पर पहले से ही थी. कुछ ही देर मे बस चल पड़ी और बस मे डांस और सॉंग शुरू हो गया. बस मे फुल मस्ती वाला मोहल बन चुका था. कुछ लोग तो बस मे नाचने लग गये थे.

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और कुछ ही देर मे पूरा मज़ाक मस्ती शुरू हो गया. वो लेडीज भी पूरा मज़ाक कर रही थी. जिससे वो दोनो खूब हास रही थी और काजल हम दोनो को बार-बार पीछे मूड कर देख रही थी और स्माइल कर रही थी. उसको देख कर मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था. क्या कमाल का चेहरा था उसका एक दम गोरा और बड़ी बड़ी आँखें जिसमे मैं डूबता जा रहा था. उसके गुलाबी होंठ जिसमे रस्स भरा हुआ था. मैं देख कर ही बता सकता था की इसके होंठो मे काफ़ी ज़्यादा रस्स भरा हुआ है.

मैने सामने वाले मिरर मे उसको अच्छे से देख रहा था. मैने बैठे ही बैठे ही अंदाज़ा लगा लिया की इसका फिगर 32-28-34 ही होगा. जब वो बार बार देखी जा रही थी. तब मैने भी रिस्क ले कर उसे आँख मार दी. मेरी आँख का जवाब उसने एक सेक्सी स्माइल से दिया. मैं समझ गया की अब रास्ता सॉफ है बस इससे कुछ देर बातें करनी है और इसे चोद देना है. मैं बैठे-बैठे प्लान बना रहा था. की इससे कब और कैसे बात करूँ और कैसे इसे चोदु.

इतने मस्ती भरे मोहल मे हमे पता ही नही चला की हम कब पोहुच गये. मैं दूल्हे के साथ था इस लिए मैं काफ़ी ज़्यादा बिज़ी हो गया. उस घर के सारे लोग मुझे बहोत अच्छे से जानते थे इस लिए मैं दूल्हे के साथ ही था. मेरी आँखें काजल को लगातार ढूंढ रही थी. पर मुझे वो कभी कभी ऐसे ही इधर उधर जाते हुए दिख जाती थी.

मैं उससे मिलने के लिए बेताब था. पर मैं क्या करता मैं काम मे फस चुका था. तभी कुछ टाइम बाद मेरे कॉलेज के दोस्त का मेरे पास फोन आया. मैं उससे बात करने के लिए बाहर आया और उससे फोन पर बात करने लग गया. जब मैने फोन कट किया था. मैने देखा की मेरा भाई और काजल एक साइड मे खड़े बातें कर रहे है.

उन दोनो एक साथ देख कर मेरा दिमाग़ घूम गया. मुझे बहोत घुस्सा आया. क्योकि आज इतने टाइम बाद मुझे एक लड़की पसंद आई है. जिसे देखते ही बस मेरे दिल मे उसको चूसने और प्यार करने का ख़याल आया है. और वो लड़की भी मुझसे मेरा भाई छीन रहा है. ये देख कर सच मे बहोत घुस्सा आया. इसलिए मैने सोच लिया की अब की बार तो कुछ करना ही पड़ेगा.

मैं तभी अपने पापा के ऑफीस मे फोन किया. वाहा पर हमारे रखे अमित ने फोन उठाया. मैने उससे पूछा की पापा कहा है, तो उसने मुझे बताया की वो तो बाहर गये हुए है. तो मैने पूछा वो कब तक आएगें. तो उसने कहा की शायद वो शाम तक ही आएगें.

ये सुनते ही मैने अपने माइंड मे प्लान तैयार कर लिया. मैने उससे कहा की देख भाई अब मेरी एक बात बहोत धयान से सुन. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

मैने उससे कहा की अब तू मेरे बड़े भाई को फोन कर और उसे कह की तुझे घर पर अर्जेंट काम पढ़ गया है. इसलिए तुझ अभी के अभी घर पर जाना पड़ेगा. वो मेरी बात सुन कर डर गया उसे अपनी जॉब का डर था. पर मैने उसे कहा यार तू देख पापा तक ये बात नही जाएगी. और जैसे ही भाई तेरे पास आएगा उससे मेरी बात करवा दियो बाकी मैं सब संभाल लूँगा. बस तू ये काम कर दे, उसने बड़ी मुश्किल से हाँ करी. मेरा ये काम हो गया था.

इसलिए मैं भाई के पास गया. और भाई ने मुझे आते देख कहा आओ मेरे भाई इन से मिलो ये मेरी होने वाली गर्ल फ्रेंड काजल. भाई की बात सुन कर वो शर्मा गई. और मुझसे हेलो किया और मैने भी उससे हाथ मिलाया. इससे पहले भाई और कुछ उसे बातें करते इतने मे ऑफीस से अमित का फोन आया गया. और अमित ने वैसा ही सब कुछ कहा जैसा मैने उससे कहने के लिए खा था. भाई पापा के डर से उसे ना भी नही कर पाए और उसे कहा मैं आता हूँ.

भाई ने फोन कट किया और कहा आइ एम सॉरी डियर मुझे अभी जाना पड़ेगा. पर मैं थोड़ी ही देर मे आऊंगा हम फिर से मिलते है. अब भाई चले गये थे अब मैने अपना काम शुरू करना था. इसलिए मैं काजल से बातें करना शुरू कर दिया. और बातो ही बातो मे उसकी तारीफ भी करना शुरू कर दिया. मैं उसे बार बार हॉट और सेक्सी कह रहा था. उसकी आँखो मे एक प्यास थी जिसे मैं अच्छे से समझ रहा था.

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हम दोनो काफ़ी देर बातें कर रहे थे. अब मुझे उसे चोदने के लिए कहीं पर ले कर जाना था. इसलिए मैं एक प्लान बनाया. मैं एक कोल्डड्रिंक के 2 ग्लास ले कर आया. और जानकार मैने कोल्डड्रिंक उसके कपड़ो पर गिरा दी. और फिर उसके आगे बहोत सॉरी फील करने लग गया. अब उससे क्या पता था की ये मेरे प्लान का एक हिस्सा है. मैने कहा चलो वॉशरूम मे जाते है वहीं पर सॉफ करते है.

मैं जान कर प्लेस के पीछे वाले वॉशरूम मे उसे ले गया. क्योकि वाहा पर कोई आसानी से नही आएगा. मैं और वो अकेले वॉशरूम मे थे और मेरे सामने अपनी ड्रेस को सॉफ कर रही थी. मैं उसको लगातार देख रहा था. मुझे सच मे वो उस टाइम बहोत सेक्सी लग रही थी. मेरा दिल कर रहा था की अभी के अभी उसे चोद दू. मैं उससे कहा की यार अचानक बहोत गर्मी होगी है वो भी तुम्हारी वजह से.

मेरी ये बात सुन कर वो बड़ी हैरानी से बोली क्यो ऐसा क्या हो गया है. मैने कहा की तुम जो इतनी आग लग रही हो. कसम से बहोत सेक्सी लग रही हो मेरा तो दिमाग़ खराब हो गया है. काजल बोली अच्छा जी तो मैं गरम हूँ चलो फिर मुझे ठंडा कर दो फिर शायद तुम्हे गर्मी ना लगे. ये सुनते ही मैं उससे चिपक गया और उसके होंठो को ज़ोर ज़ोर से चूसने लग गया.

उसके होंठो मे अलग सा एक मज़ा था जो की मुझे उसका दीवाना बना रहा था. मुझे उसके पतले-पतले होंठ बहोत ही सेक्सी लग रहे थे और उप्पर से उन होंठो पर ऑरेंज कलर की लिपस्टिक लग रखी थी जो की मेरे लंड को और दीवाना बना रही थी. अब मैने बिना कोई देर करते हुए उसके होंठो को अपने होंठो मे दबोच लिया. वो मुझे रोक ना सकी और फिर मेरे होंठ उसके होंठो मे आ कर स्मूच करने लग गये.

क्या मस्त स्मूच हो रहा था, मेरा तो दिमाग़ ही पागल हो रहा था. मुझसे अब और मेरे लंड से तो इंतेज़ार ही नही होरहा था. इसलिए अब काजल ने अपनी दीदी को कहा की मैं ड्राइ- क्लीनिंग पर ड्रेस देने जा रही हूँ. क्योकि ये ड्रेस वही पर ही ठीक होगी तो उसकी दीदी भी मान गई.

वो अभी अपनी दीदी से बात कर ही रही थी की इतने मे मेरे भाई का फोन मेरे पास आ गया. वो मुझसे गुस्से मे बोल पड़ा की तू उसे क्यो चोदने के लिए ले जा रहा है. तब मैने उससे कहा की तुमने पहले मोका मिलने पर मुझे चोदने नही दिया था और खुद उसे चोद दिया था. अब तो हुककुम का इक्का भी मेरे पास है तो मुझे इस बार कोई रोक नही सकता है, सॉरी पर अब बदला तो बनता है मेरे भाई.

अब मैने भाई को ये सब कह कर फोन कट कर दिया और इतने मे वो भी मेरे पास आ गई. तब फिर हम ऑटो मे बैठ कर चल दिए. तब मैने अपने एक दोस्त को फोन किया और कहा की मुझे तेरे फ्लॅट की चाभी चाहिए तो पहले वो नखरे करने लग गया पर बाद मे उसने हाँ करदी.

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फिर मैं और काजल ऑटो मे बैठ कर उसे फ्लॅट पर ले गया. वाहा पहोच कर तो मैं उस पर ऐसा टूट पड़ा की मैं आपको क्या बताऊ. फिर मैं उसको बिस्तर पर लेटाया और उसके बड़े-बड़े बूब्स को मूह मे भर कर चूस लिया. मैने अब बिना कोई देर करते हुए अपने लंड को निकाल कर उसके मूह मे दे डाला और उसका मूह बहोत ही जबरदस्त तरीके से चोद डाला.

फिर मैने उसके मूह मे निकाल दिया और फिर चूत पर लंड रख कर चूत को चोद डाला. वो बहोत ही जबरदस्त तरीके से चिल्ला रही थी और फिर मैने उसकी गांड को चोद डाला.

फिर जब हम वाहा से निकले तो 3 घंटे हो गये थे और फिर काजल ने फोन पर दीदी को बहाना बताया की ड्राइ क्लीनर वाला लेट आया और ठीक भी नही हुआ इसलिए मैं घर आ रही हूँ. मैने अब उसे चोद दिया और अपने घर चल दिया,