मासूम बहन की जवानी लूटी

हैल्लो फ्रेंड्स.. मेरा नाम हर्ष है और में आज अपना एकदम सच्चा सेक्स अनुभव बताने जा रहा हूँ वैसे में जयपुर का रहने वाला हूँ और में पुणे में अपना बिजनेस चला रहा हूँ। दोस्तों मेरी उम्र 26 है और मेरा लंड 8 इंच लंबा है और मुझे भाभी, आंटी के साथ सेक्स करना बहुत पसंद है। गर्ल्स जिनके बूब्स 35 के ऊपर हो वो मुझे ज़्यादा आकर्षित करती है। दोस्तों में आज आप सभी को अपनी पहली सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ.. यह कहानी मेरे और मेरी चचेरी बहन के बीच हुई एक घटना है।

दोस्तों मुझे सेक्स का बहुत शौक है और में एक दिन में 5-6 बार लड़कियों को और बड़ी बड़ी गांड वाली औरतों को सोचकर मुठ मार लिया करता हूँ। चलो तो अब में अपनी स्टोरी पर आता हूँ। शायद आप सभी पाठकों को यह स्टोरी बहुत अजीब लगे.. लेकिन यह स्टोरी झूटी नहीं है। में बचपन से ही ग़लत दोस्तों की संगत में रहा हूँ तो तभी से मुझे भी सेक्स के बारे में ज्यादा दिलचस्पी रहने लगी थी और मुझे हर टाईम बस सेक्स, सेक्स, सेक्स और चारों तरफ सेक्स ही दिखता था और में स्कूल टाईम में अपनी टीचर्स को देखकर मुठ मारा करता था। फिर जैसे जैसे टाईम निकला मेरी सेक्स करने की इच्छा और बढ़ती गई और मेरी कज़िन जिसकी उम्र उस समय 19 थी.. वो कुछ दिनों के लिए छुट्टियाँ बिताने घर पर जयपुर आई थी और वो बचपन से ही थोड़ी मोटी थी। में हमेशा से ही उसके साथ घूमता था और उसको इधर उधर छूने की कोशिश करता रहता था।

सॉरी फ्रेंड्स में आपको उसके बारे में तो बताना ही भूल गया। उसका नाम श्वेता है और उसके बूब्स का साईज़ 40 है और गांड का साईज़ 39, उसकी हाईट 5 फीट 2 इंच है। दोस्तों एक दिन उसका मेरे मोबाईल पर कॉल आया कि भैया में जयपुर आ रही हूँ और उसने कहा कि में एक महीने आपके साथ ही रहूंगी। यह बात सुनकर में बहुत खुश हुआ और उसने मुझे टाईम बताया कि वो किस दिन आने वाली है और में उस दिन उसे लेने रेलवे स्टेशन पहुंच गया था और वहाँ पर खड़ा खड़ा उसकी ट्रेन के आने का इंतजार कर रहा था। फिर ट्रेन जैसे ही रुकी तो थोड़ी देर के बाद वो अपने सामान के साथ बाहर आई और आकर मुझसे गले लगकर कहा कि भैया में आपको बहुत याद करती थी। मैंने भी उसको हग करके कहा कि हाँ में भी तुम्हे बहुत याद करता था और फिर में उसको घर पर लेकर आ गया और घर आते ही वो सबसे मिलने में लग गई और में भी अपने काम में व्यस्त हो गया और वो कुछ देर बाद मेरे पास आकर मुझसे मस्ती करने लगी और वो दिन पूरा ऐसे ही निकल गया और जब रात को सोने का टाईम आया तो मम्मी ने उसके सोने के लिए दूसरे रूम में बिस्तर लगा दिये थे.. लेकिन उसकी ज़िद करने की वजह से फिर वो मेरे साथ मेरे रूम में ही सोने के लिए बोल रही थी और फिर आखिरकार मम्मी भी मान गई और उसको मेरे साथ सोने की इजाजत दे दी। में भी अंदर ही अंदर बहुत खुश हुआ क्योंकि मेरी इच्छा पूरी हो गई थी कि वो मेरे साथ ही सोए.. वो 5 साल के बाद मेरे घर पर आई थी और इन 5 सालों में उसके बूब्स बहुत बड़े बड़े गोल हो गये थे और गांड भी बाहर आ गई थी। फिर वो फ्रेश होकर आई और मेरे पास में आकर लेट गई और डबल बेड पर वो ज्यादातर सूट ही पहनती है क्योंकि वो थोड़ी मोटी है.. लेकिन वो उस दिन मेरे पास एक ढीला पयज़ामा और टॉप पहनकर आई थी। दोस्तों मेरी भी आदत है कि में सोते समय एक बरमूडा पहनकर सोता हूँ.. लेकिन जब मैंने उसे पयज़ामे और टॉप में देखा तो मेरा 8 इंच का लंड तो एकदम खड़ा हो गया था और फिर में जैसे तैसे कंट्रोल करके उससे इधर उधर की बातें करने लगा और थोड़ी ही देर में उसको झपकी आने लगी थी। तो मैंने उससे कहा कि तुम सो जाओ.. तुम दिन भर की थकी हुई हो.. तो वो बोली ठीक है और वो मुझसे शुभ रात्रि बोलकर सो गयी। फिर में भी अपने लॅपटॉप पर कुछ काम कर रहा था.. लेकिन मेरा मन तो उसको देख देखकर डोल रहा था और मेरे अंदर सेक्स का अहसास आने लगा और में ना चाहते हुए भी उसके साथ कुछ ना करना चाहता था.. लेकिन सोते समय उसका टॉप थोड़ा ऊपर हो गया और उसकी गोरी गोरी जांघे मुझे साफ दिख रही थी और यह देखकर तो मेरे होश उड़ गये थे और अब मुझसे कंट्रोल भी नहीं हो पा रहा था।

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तभी मैंने अपना लेपटॉप बंद किया और उसके पास जाकर लेट गया। फिर धीरे धीरे में उसके और भी पास होता गया और मैंने धीरे से उसकी तरफ करवट ली और अपने एक पैर को उठाकर उसकी गोरी, मुलायम, गरम जांघ पर रख दिया और फिर अपना एक हाथ उसके बूब्स के ऊपर रखकर लेट गया.. उसकी गरम गरम सांसे मुझे महसूस हो रही थी और मैंने उसकी छाती पर अपना हाथ रखा हुआ था और जैसे जैसे वो सांसे लेती मेरा हाथ भी ऊपर नीचे होता। यह सब मुझे बहुत ही गरम कर रहा था और आखिरकार मुझसे रहा नहीं गया और मैंने अब धीरे धीरे मैंने उसके बूब्स को हल्के हल्के दबाना, सहलाना शुरू किया। फिर जब उसने कोई भी हलचल नहीं की तो में उसके बूब्स को थोड़ा ज़ोर से दबाने लगा और 15-20 मिनट के बाद ऐसा करने से उसकी नींद खुली तो वो एक झटके से उठी और बहुत गुस्से में मुझसे कहने लगी कि भैया आप यह क्या कर रहे थे? में सभी घर वालों को उठाने जा रही हूँ।

मेरी तो फटकर हाथ में आ गई और मैंने उसे सॉरी बोला.. लेकिन वो बहुत ही गुस्से में थी फिर से बहुत मनाने के बाद वो थोड़ा शांत हुई और मुझसे दूर होकर सो गयी.. लेकिन मुझे बहुत बुरा लगा और गुस्सा भी बहुत आया कि मैंने ऐसा कैसे कर दिया अपनी छोटी बहन के साथ। फिर जब अगले दिन में उठा तो देखा वो जल्दी ही उठकर मम्मी के साथ बाहर चली गई। में भी उठकर तैयार हुआ और लंच लेकर रूम में आया तो मम्मी और मेरी बहन दोनों बाहर से वापस आ गई थी और अब में अपनी कज़िन से नज़रे भी नहीं मिला पा रहा था.. लेकिन फिर भी मैंने उससे बात करने की कोशिश की.. लेकिन वो गुस्से में होने की वजह से बात नहीं कर रही थी और अब उसने गेस्ट रूम में सोना शुरू कर दिया था.. यह सब एक सप्ताह तक चला। दोस्तों ये कहानी आप चोदन डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
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फिर एक दिन में बहुत थका हुआ था और थोड़ा देर से घर पर आया तो तब तक घर के सब लोग सो गये थे और में सुबह अपने साथ घर की एक चाबी ले जाना भूल गया था। तो मैंने उसे कॉल करके दरवाजा खोलने को बोला और फिर वो उठकर आई और उसने दरवाजा खोला तो में अंदर गया, फ्रेश हुआ। उसने पूछा कि क्या में खाना लगा दूँ? तो मैंने मना कर दिया और सीधा अपने रूम में सोने चला गया। उस टाईम रात के एक बज रहे थे और में बहुत थका हुआ था तो मुझे बेड पर लेटते ही नींद आ गई और थोड़ी देर के बाद मुझे ऐसा महसूस हुआ कि कोई मेरे पास लेटा हुआ है और कोई मुझको सहला रहा था। में डर के मारे उठ गया और मैंने देखा कि मेरी बहन मेरे पास लेटी हुई थी और वो मुझे सहला रही थी। मैंने उससे पूछा कि तुम यहाँ पर कैसे आई? तो उसने कहा कि आप बहुत थके हुए थे और मुझे नींद भी नहीं आ रही थी तो में आपके पास आपसे बात करने आ गई.. लेकिन मैंने देखा कि आप तो सो गये थे और मैंने सोचा कि आपको उठाकर परेशान नहीं करूँ। मैंने कहा कि तुम मुझे उठा देती ऐसी कोई बात नहीं है। फिर उसने मुझे कहा कि आप लेट जाओ फिर हम बात करते है और हम दोनों एक साथ बेड पर लेट गये। तो उसने मुझसे कहा कि आप उस दिन मेरे साथ वो सब क्यों कर रहे थे? तो मैंने उसे सॉरी कहा और कहा कि मुझे पता नहीं उस दिन क्या हुआ और मुझे तुम्हारी बॉडी अपनी और आकर्षित कर रही थी और मुझसे रहा नहीं गया और एकदम सच कह रहा हूँ.. श्वेता में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मेरा कोई इरादा नहीं था कि में तुम्हारे साथ ऐसा कुछ करूं। फिर वो मेरे पास आ गई और मुझे अचानक मुझे हग कर लिया और कहा कि भैया में भी आपसे बहुत प्यार करती हूँ.. लेकिन यह सब करना सुरक्षित भी नहीं है और अगर में प्रेग्नेंट हो गई तो?

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यह सब सुनकर तो मेरे भी होश उड़ गये कि श्वेता यह क्या बोल रही है? मैंने उसे कहा कि प्रेग्नेंट.. तुम यह सब क्या सोचने लगी हो? तो उसने कहा कि भैया मुझे भी यह सब करने का बहुत मन करता है.. लेकिन मेरे फ्रेंड में कोई भी लड़का नहीं है और आप मेरे बहुत करीब हो तो में चाहती हूँ कि आप मेरे साथ यह सब करो.. लेकिन मुझे डर सिर्फ इस बात का है कि घर पर किसी को पता ना लगे और में सेक्स के चक्कर में प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती हूँ। तो मैंने उसे समझाया कि ऐसे कोई प्रेग्नेंट नहीं होता तो उसने कहा कि में आपको मेरे साथ वो सब करने दूँगी.. लेकिन चुदाई नहीं करने दूँगी क्योंकि में चाहती हूँ कि मेरी शादी के बाद मेरा पतिं ही मेरी सील तोड़े। तो मैंने उसे और ज़ोर से हग किया और उसके होंठ पर आने होंठ रख दिए और 30 मिनट तक जबर्दस्त स्मूच किया। फिर उसने मुझे खुद से अलग किया और अपना टॉप और ब्रा उतार फेंकी और मुझे वापस अपनी तरफ खींचा और मेरा मुहं अपने एक बूब्स पर रखकर ज़ोर से दबा दिया। में भी मज़े से उसके बूब्स चूस रहा था और उसके निप्पल को काट रहा था.. मेरे निप्पल काटने की वजह से वो बोली।

श्वेता : अहह भैया प्लीज़ धीरे करो.. में कहीं भागी थोड़ी ना जा रही हूँ अह्ह्हह्ह्ह प्लीज़ आईईईईई प्लीज धीरे भैया।

में : काटने में ही तो मज़ा है मेरी प्यारी बहन.. कुछ देर बाद तुम्हे भी मज़ा आएगा।

फिर में एक हाथ से उसके दूसरे निप्पल को खींच रहा था और मसल रहा था और दूसरे हाथ से उसकी गांड में ऊँगली कर रहा था।

श्वेता : भैया अहह उह्ह्ह प्लीज बाहर निकालो अपनी ऊँगली मेरी गांड से.. अह्ह्ह बहुत दर्द हो रहा है।

मैंने उसका पयज़ामा भी उतार फेंका और उसकी एकदम रसभरी चूत के दर्शन किये.. लेकिन उसकी चूत पर झांटो का जंगल था.. मैंने उसे बेड पर सीधा लेटाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और उसकी चूत को अपने मुहं में भर लिया। चूत मुहं में लेते ही शेवता ने मेरे सर को पकड़कर और भी आगे किया और एकदम उसकी चूत से चिपका दिया। तो मैंने भी अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया और श्वेता ने ज़ोर जोर से मोन करना शुरू कर दिया और वो सिसकियाँ लेने लगी और मेरे चूत पर जीभ घुमाने से एकदम मचल रही थी।

श्वेता : आअहह भैया यह क्या कर रहे हो आप? आईईइ उफ्फ्फ्फ़ बहुत ही अच्छा लगा रहा है।

फिर में उसे 69 पोज़िशन में लाया और अपना लंड उसको चूसने को कहा और वो मेरे लंड को अपने मुहं में लेकर ज़ोर ज़ोर से अंदर बाहर करके चूसने लगी और में उसकी चूत में ऊँगली करने के साथ उसने बूब्स भी चूस रहा था और 20 मिनट चूसने के बाद जब में झड़ने वाला था तो मैंने उसके बालों को अपने दोनों हाथों से पकड़ा और अपने लंड को उसके मुहं के अंदर तक ज़ोर ज़ोर से धक्के देते हुए अपना वीर्य उसको पिला दिया।

श्वेता : आहह भैया आपका वीर्य तो बहुत स्वादिष्ट है।

तो मैंने कहा कि अब तो तुम्हे रोज़ ही मेरा वीर्य पीना है और उसे फिर से स्मूच कने लगा और मैंने उसे अपने ऊपर आने को कहा और उसकी चूत को अपने मुहं पर रगड़ने को कहा और उसने भी वैसा ही किया फिर मैंने 15 मिनट उसकी चूत चाटी और दो बार उसकी चूत का पानी पिया। फिर हम उठे और एक दूसरे को साफ करके वापस एक ही कम्बल में नंगे सो गये।

दोस्तों यह सब दो सप्ताह तक लगातार और चला फिर एक दिन वो वापस अपने घर चली गई.. लेकिन जब भी मुझे टाईम मिलता तो में किसी काम से उदयपुर उसके घर पर जाता हूँ और उसके साथ एक रात गुजारकर आता हूँ ।।